कांग्रेस नेता राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की रायबरेली और केरल की वायनाड लोकसभा सीटों से विजयी हुए थे। ऐसे में उन्हें एक सीट खाली करना था। राहुल ने वायनाड लोकसभा सीट छोड़ने का फैसला किया है। पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को इसकी घोषणा की है। यह घोषणा सोमवार को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की खड़गे के आवास पर चर्चा के बाद हुई। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी दो लोकसभा सीटों से जीते लेकिन कानून के मुताबिक उन्हें एक सीट खाली करनी होगी। राहुल गांधी रायबरेली सीट अपने पास रखेंगे और वायनाड लोकसभा सीट खाली करेंगे। खड़गे ने कहा कि हमने तय किया है कि प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। वहीं, इस दौरान राहुल ने कहा कि वायनाड और रायबरेली से मेरा भावनात्मक रिश्ता है। मैं पिछले 5 साल से वायनाड से सांसद था। मैं लोगों को उनके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड से चुनाव लड़ेंगी लेकिन मैं समय-समय पर वायनाड का दौरा भी करूंगा। मेरा रायबरेली से पुराना रिश्ता है, मुझे खुशी है कि मुझे फिर से उनका प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा लेकिन यह एक कठिन निर्णय था।
प्रियंका गांधी वाद्रा ने इस दौरान कहा कि मैं वायनाड का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम होने से बहुत खुश हूं और मैं उन्हें उनकी (राहुल गांधी की) अनुपस्थिति महसूस नहीं होने दूंगा। उन्होंने कहा कि मैं कड़ी मेहनत करूंगा और सभी को खुश करने और एक अच्छा प्रतिनिधि बनने की पूरी कोशिश करूंगा। मेरा रायबरेली और अमेठी से बहुत पुराना रिश्ता है और इसे तोड़ा नहीं जा सकता. मैं भी रायबरेली में अपने भाई की मदद करूंगा।’ हम दोनों रायबरेली और वायनाड में मौजूद रहेंगे। प्रियंका के लिए ये पहला चुनाव है।