जयपुर, 20 सितम्बर, 2024। संसद भवन, प्रधानमंत्री आवास और केंद्र सरकार के प्रमुख दफ्तरों से घिरे सेंट्रल विस्टा में अब राजस्थान के विश्व प्रसिद्ध व्यंजनों के स्वाद और जायके से महकेगा। इंडिया गेट के नजदीक चिल्ड्रन पार्क के सामने स्थापित फूड कोर्ट में शुक्रवार को ढोल, नगाड़े एवं राजस्थानी लोक नृत्य की प्रस्तुतियों के साथ रंगारंग आगाज के साथ राजस्थान पर्यटन विकास निगम द्वारा राजस्थानी फूड शॉप का शुभारंभ किया गया। निगम की प्रबंध निदेशक श्रीमती सुषमा अरोड़ा ने रिबन काटकर फूड शॉप का उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए श्रीमती अरोड़ा ने कहा कि हम इस फूड कोर्ट के माध्यम से राजस्थान के असली जायके से दुनिया को रूबरू करवाएंगे। यह फूड कोर्ट दिल्ली में राजस्थान के आतिथ्य एवं संस्कृति को सहजता से आम जनमानस तक पहुंचाने में कारगर साबित होगा। उन्होंने बताया कि आर.टी.डी.सी. द्वारा आयोजित इस फूड शॉप पर भोजन की क्वालिटी और सर्विस का विशेश ध्यान रखा जाएगा। इस अवसर पर निगम के कार्यकारी निदेशक राजेंद्र सिंह शेखावत भी उपस्थित थे।
उद्घाटन अवसर पर कार्यकारी निदेशक शेखावत ने इस पहल की सराहना करते हुए ऐसे प्रयासों को तीव्र गति प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया। उन्होने कहा कि सोशल वेलफेयर के नाते आरटीडीसी द्वारा समय पर नवाचार किये जाते रहे है, चाहे वो मिडवे कंसेप्ट हो या दुनियां की सबसे लग्जरी ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स। उन्होंने कहा कि हम निरंतर ऐसे प्रयासों से राजस्थान सरकार के विजन ‘‘राइजिंग राजस्थान‘‘ को वृहद और व्यापक कर सकेंगे।
इस अवसर पर आर.टी.डी.सी. के दिल्ली कार्यालय के प्रभारी दौलत सिंह ने बताया कि इंडिया गेट पर दक्षिण की ओर स्थित शॉप न. 8 पर राजस्थानी फूड काउन्टर में प्रातः 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक जोधपुर के मिर्ची बड़े, प्याज कचोरी, कोटा हींग दाल की कचोरी, जयपुरी समोसा, राजवाड़ा कोफ्ता, पुश्कारी ब्रेड पकोड़ा, पुश्करी मालपुवा, मावा कचोरी, जयपुरी राजभोग, गुलाबजामुन, जोधपुरी दूध के लड्डू, जयपुरी घेवर, अलवरी मिल्क केक, मोतीचूर के लड्डू, माखनिया लस्सी, मसाला चाय सहित राजथानी व्यंजनों का स्वाद उचित दरों पर ले सकते हैं।
इस अवसर पर राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। उद्घाटन समारोह में राजस्थान सरकार के दिल्ली स्थित कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारियों सहित आगंतुक भी उपस्थित रहे।