संभल की घटना को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासत तेज है। इसी को लेकर समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने संविधान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हम ऐसे समय में जश्न मना रहे हैं जब संभल में सरकार ने जिस तरह का काम किया है, उसने कई लोगों की जान ले ली है।’ उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दुःख के साये में जश्न कैसे मनाया जा सकता है? वहां के सांसद, वहां के विधायक और उनके बेटे पर झूठे मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं। सपा अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कि अगर कोई गलती है तो वह सरकार की है। जब सर्वे हो ही चुका था तो दोबारा क्यों करें? और अगर सर्वे दोबारा भी कराना था तो मिल बैठ कर चर्चा कर सकते थे। शेष बिन्दुओं पर चर्चा के बाद पुनः सर्वेक्षण कराया जा सकता था। उन्होंने कहा कि हम सर्वे के खिलाफ नहीं थे लेकिन जो लोग सर्वे के दौरान टीम के पीछे नारे लगा रहे थे, क्या उनके खिलाफ कोई कार्रवाई हुई? क्या सर्वे टीम के साथ कोई बीजेपी कार्यकर्ता भी थे जो लोगों को भड़का रहे थे? क्या उन्हें गिरफ्तार किया गया? क्या उन्हें जेल भेजा जाएगा? अखिलेश ने कहा कि वहां कोई नहीं जा सकता। दोनों सदनों के नेता सम्भल आना चाहते हैं लेकिन उन्हें जाने की अनुमति नहीं है। हमारे सभी सांसद संभल जाना चाहते हैं लेकिन हमें इजाजत नहीं है। संभल की विवादित जामा मस्जिद परिसर में रविवार को सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के तीसरे दिन मंगलवार को हालात में सुधार देखने को मिला और स्कूल भी खुले। संभल में रविवार जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हालत खराब हो गई, जिसमें पत्थर बाजी और आगजनी की घटना में चार लोगों की मौत हो गयी और करीब 20 लोग घायल हो गए। पुलिस ने इस संबंध में सोमवार को 25 लोगों को गिरफ्तार किया। सोमवार को संभल में बाजार बंद था लेकिन कई इलाकों में दुकानें खुली देखी गईं। आज सुबह भी स्थिति सामान्य नजर आ रही है। आज स्कूल भी खुले हैं और सुबह सुबह रोजमर्रा की जरूरतों की दुकान खुली नजर आ रही है, लेकिन जिले में इंटरनेट सेवा आज भी बंद है जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी महसूस हो रही है। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ड्रोन, सीसीटीवी और मोबाइल के वीडियो खंगाल रही है तथा उपद्रव करने वालों को चिह्नित कर रही है, ताकि उन्हें पकड़ा जा सके। अब तक इस मामले में सात प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है जिसमें संभल के सांसद जिया उर रहमान वर्क और संभल विधायक के पुत्र सुहैल इकबाल सहित 2750 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
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