राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें पेपर लीक का सरगना बताया है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जल्द ही जेल जाने वाले हैं. शिक्षा मंत्री दिलावर अलवर पहुंचे तो यहां उन्होंने बीजेपी के जिला कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत की. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकार में किया है. ऐसा नहीं है कि पेपर अनजाने में आउट हुए हैं. कांग्रेस के नेताओं, कार्यकर्ताओं, सहयोगियों और रिश्तेदारों ने कांग्रेस के नेताओं से ही पेपर प्राप्त किया. शिक्षा संकुल में राजीव स्टडी सर्किल से रखवाली कराई गई और उन्हें स्टाग रूम की चाबी दी गई. वहां ये लोग पेपर खोल लेते और देखते थे।
दिलावर ने आरोप लगाए कि आरपीएससी में डेढ़ करोड खाकर सदस्य मनोनीत किए गए. अब ईडी की सुई पेपर लीक करने वालों को राजनीतिक संरक्षण देने वाले सरगनाओं की ओर घूम रही है और कुछ ही दिनों में काग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा और तत्कालीन मुख्यमंत्री गहलोत जेल जाने वाले हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि गहलोत सरकार पर जल जीवन मिशन में 20 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ। आज कांग्रेस बोल रही है कि संविधान को बीजेपी से खतरा है। बल्कि कांग्रेस ने बाबा साहब अंबेडकर को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया था और उनको हराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। उन्होंने अंबेडकर जी का अपमान किया था।
“आरक्षण तब तक रहेगा, जब तक शासन रहेगा”
दिलावर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर में धारा-370 हटाकर देशवासियों के सपने को पूरा किया है। देश की जनता लोकसभा चुनाव में कमल पर वोट कर नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाएगी और एनडीए को 400 सीटें पार कराएगी। बीजेपी के 400 पार नारे को लेकर कांग्रेस की ओर से लगाए जा रहे आरोप पर दिलावर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पहले ही कह चुके हैं कि आरक्षण तब तक रहेगा, जब शासन रहेगा.
उन्होंने कांग्रेस पर संविधान निर्माता अम्बेडकर का भी अपमान करने का आरोप लगाया। साथ ही कांग्रेस पर अपने ही नेताओं का अपमान कराने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब अंबेडकर को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया था. सभी पार्टियों ने जब सर्वसम्मति से फैसला लिया। उसके बाद भी कांग्रेस विरोध में खड़ी हो गई तो उनको हारने के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत छोड़ दी थी। उनके खिलाफ असंवैधानिक शब्दों का उपयोग किया गया व उनका अपमान किया गया। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उनको राजघाट पर अंतिम संस्कार की जगह भी नहीं दी थी।
डोटासरा ने किया था पलटवार
इससे पहले पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा शिक्षा मंत्री के बयानों पर पलटवार कर चुके हैं उन्होंने कहा था कि शिक्षामंत्री अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं उन्होंने कि अगर बीजेपी में ऐसे शिक्षामंत्री है तो शिक्षा का क्या हाल होगा साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो हम मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे। मैं मदन दिलावर को चैलेंज करता हूं कि जो अपराधी हैं, उसके पकड़ों लेकिन क्या मदन दिलावर जी क्या एसओजी के हैड हैं, क्या डीजीपी है, क्या गृहमंत्री हैं या देश के प्रधानमंत्री हैं? ये किस हसियत से ऐसे बकवास कर रहे हैं?